Wednesday, January 9, 2019

राकेश रोशन को गले का कैंसर, बेटे ऋतिक ने बताया- सफल हुई सर्जरी

बॉलीवुड डेस्क.  ऋतिक रोशन के पिता डायरेक्टर राकेश रोशन (69) गले के कैंसर (स्कैम्स सेल्स कार्सिनोमा ऑफ थ्रोट) से पीड़ित हैं। इसकी जानकारी मंगलवार को ऋतिक ने इंस्टाग्राम पर शेयर की। उन्होंने बताया कि कुछ हफ्ते पहले ही बीमारी का पता चला है। इंस्टा पोस्ट में ऋतिक ने लिखा, ''आज सुबह मैंने डैड से फोटो के लिए कहा... जानता था कि सर्जरी वाले दिन भी वे अपना जिम सेशन नहीं छोड़ेंगे। पापा मेरी जिंदगी के सबसे मजबूत इंसानों में से एक हैं। उन्हें गले का कैंसर (  है, और यह शुरुआती स्टेज में है। वह पूरे जोश में हैं और आज वे बीमारी से लड़ने जा रहे हैं। एक परिवार के तौर पर हम लकी हैं कि हमें उनके जैसा लीडर मिला।''

नरेन्द्र मोदी ने की राकेश रोशन के स्वस्थ होने की कामना: ऋतिक के ट्वीट पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लिखा-डियर ऋतिक, श्री राकेश रोशन जी के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। वह फाइटर हैं और मुझे पूरा यकीन है कि वह पूरे साहस के साथ इस चैलेंज को पूरा करेंगे ।
यह गले के कैंसर का सबसे आम प्रकार है, जो असामान्य कोशिकाओं के अनियंत्रित रूप से बढ़ने की वजह से होता है। आमतौर पर यह 65 से अधिक उम्र के लोगों में धूम्रपान, शराब पीने और ह्यूमन पेपिलोमा वायरस के कारण हो सकता है। इसके मरीजों को शुरुआत में गले में तेज दर्द और गठान की शिकायत होती है।

इन सेलिब्रिटीज को भी है कैंसर
पिछले साल मार्च में इरफान खान ने बताया था कि उन्हें न्यूरोएंडोक्राइन कैंसर है। वे तभी से अपना इलाज लंदन में करवा रहे हैं। इसके बाद 4 जून को सोशल मीडिया पोस्टर के जरिए पता चला कि सोनाली बेंद्रे भी हाइग्रेड मेटास्टेटिक कैंसर से पीड़ित हैं। सोनाली न्यूयॉर्क से इलाज कराकर साल के आखिर में ही लौटी हैं। आयुष्मान खुराना की पत्नी ताहिरा को भी ब्रेस्ट कैंसर होने की खबर सामने आई थी।
मंगलवार को दीपिका पादुकोण मुंबई में फेसबुक ऑफिस के बाहर स्टाइलिश लुक में स्पॉट हुईं। इस दौरान वह व्हाइट डेनिम स्कर्ट और जैकेट में दिखाई दीं। दोनों पर ही ड्रामा,ड्रामा,ड्रामा और सॉल्टी लिखा हुआ था।
नई दिल्ली.  भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल पेमेंट कमेटी बनाई। उद्योगपति नंदन नीलेकणि को इसका चेयरमैन बनाया गया। नीलेकणि इंफोसिस के चेयरमैन और को-फाउंडर रहे हैं। आधार को लागू कराने का श्रेय इन्हीं को मिलता है। वे यूआईडीएआई के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

देश में डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने और इसे सुरक्षित बनाने के लिए आरबीआई ने मंगलवार को नीलेकणि की अध्यक्षता में पांच सदस्यों वाली कमेटी का गठन किया।

90 दिन में रिपोर्ट पेश कर सकती है कमेटी
कमेटी पहली बैठक के 90 दिनों के बाद अपनी पहली रिपोर्ट पेश करेगी। कमेटी का कार्य देश में डिजिटल पेमेंट की मौजूदा स्थिति और इसकी खामियों के बारे में जानकारी इकट्ठा करना और इन समस्याओं को दूर करने के उपाय सुझाने हैं। कमेटी डिजिटल पेमेंट के अधिक इस्तेमाल से अर्थव्यवस्था और वित्तीय समावेशन में तेजी लाने के लिए क्रॉस कंट्री एनालिसिस भी करेगी

कमेटी में नीलेकणि के अलावा पूर्व आरबीआई डिप्टी गवर्नर एच आर खान, विजया बैंक के पूर्व एमडी और सीईओ किशोर सनसी, आईटी और स्टील मंत्रालय में पूर्व सचिव अरुणा शर्मा और आईआईएम अहदाबाद के चीफ इनोवेशन ऑफिसर संजय जैन शामिल हैं।

लोकसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं नीलेकणि
नीलेकणि 2014 में कांग्रेस के टिकट पर बेगलुरु की साउथ सीट से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि, उन्हें भाजपा के अनंत कुमार से हार का सामना करना पड़ा था। वे 2015 से राजनीति में सक्रिय नहीं हैं।

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